अंतर्राष्ट्रीय मिडवाईफ दिवस के अवसर पर
तीन हजार रिक्त नर्सों के पदों पर भर्ती के लिये निजी कॉलेजों के नर्सिंग विद्यार्थियों को भर्ती करने पर शासन विचार कर रहा है। यह जानकारी लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, आयुष एवं तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री श्री महेन्द्र हार्डिया ने आज अंतर्राष्ट्रीय मिडवाईफ दिवस पर आयोजित एक समारोह में दी। इस समारोह का आयोजन सोसायटी ऑफ मिडवाईफ इंडिया की भोपाल शाखा एवं प्रज्ञान नर्सिंग महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था।
इस समारोह में ग्रामीण क्षेत्रों में मातृ एवं शिशु कल्याण सेवा में उत्कृष्ट काम करने वाली ए.एन.एम को भी सम्मानित किया गया। समारोह में जायका रिप्रोडक्टिव हेल्थ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ यामागाता यॉची उपस्थित थे।
लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्री महेन्द्र हार्डिया ने कहा कि सरकार मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिये वचनबद्ध है। इसी दृष्टि से सरकार ने मातृ और शिशु सुरक्षा के लिये जननी एक्सप्रेस, जननी सहयोगी, जननी सुरक्षा जैसी योजनाओं के साथ ही शिशुओं की सुरक्षा के लिये पूरे प्रदेश में नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई स्थापित कर रही है।
लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्री महेन्द्र हार्डिया ने कहा कि सरकार मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिये वचनबद्ध है। इसी दृष्टि से सरकार ने मातृ और शिशु सुरक्षा के लिये जननी एक्सप्रेस, जननी सहयोगी, जननी सुरक्षा जैसी योजनाओं के साथ ही शिशुओं की सुरक्षा के लिये पूरे प्रदेश में नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई स्थापित कर रही है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हो। श्री हार्डिया ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में नर्सिंग सेवाएं एक ऐसा महत्वपूर्ण घटक है जिसके बगैर हम बेहतर स्वास्थ्य की कल्पना नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि किसी भी स्वास्थ्य संस्था की बेहतरी का सूचक वहां का नर्सिंग स्टॉफ होता है। उन्होंने कहा कि हमारी नर्स बहनें सही मायने में सच्ची मानव सेवा का कार्य कर रही हैं।
नर्सों के महत्व को देखते हुये और शिशु-मातृ मृत्यु दर में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के मद्देनज़र ही शासन स्तर पर इस बात पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है कि नर्सों के रिक्त तीन हजार पदों पर निजी नर्सिंग संस्थाओं में अध्ययनरत विद्यार्थियों से भी इन पदों पर पूर्ति की जाये। उन्होंने बताया कि अभी तक सिर्फ सरकारी नर्सिंग संस्थाओं से ही इन पदों पर पूर्ति की जाती थी। उन्होंने कहा कि सरकार शीघ्र ही इस संबंध में निर्णय लेने जा रही है।
स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने संस्था द्वारा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिये उत्कृष्ट कार्य करने वाली ए.एन.एम. को सम्मानित करने की पहल को स्वागत योग्य बताते हुये कहा कि निश्चित ही इससे मातृ एवं शिशु की रक्षा में मध्यप्रदेश पूरे देश में अपने प्रदर्शन को बेहतर बना सकेगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि नर्सों की जो समस्याएं है उनके प्रति शासन गंभीर है और उनके निदान के लिये वह प्रयत्नशील है।
जायका रिप्रोडक्टिव हेल्थ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ यामागाता यॉची ने अपने संबोधन में कहा कि नर्सिंग का कार्य अपने आप में एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। उनमें भरपूर संभावना एवं क्षमताएं हैं, जिनका बेहतर वातावरण में बेहतर उपयोग किया जा सकता है। इस अवसर पर डॉ. अबोली गोरे, सलाहकार जायका रिप्रोडक्टिव हेल्थ ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
इस अवसर पर शिशु एवं मातृ कल्याण सेवा में सराहनीय कार्य करने के लिये श्रीमती शीला सिंह उपस्वास्थ्य केन्द्र बिनेका औबेदुल्लागंज रायसेन, श्रीमती बेबी राजा चौरसिया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मिरोद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गाँधी नगर, भोपाल, सुश्री संगीता जॉय सिंह इंदिरा गाँधी महिला एवं शिशु चिकित्सालय भोपाल, श्रीमती मरियम्मा थॉमस सुल्तानिया जनाना चिकित्सालय भोपाल, श्रीमती गायत्री अहिरवार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गाँधी नगर भोपाल, श्रीमती पारूल दास सामुदायिक जनाना चिकित्सालय भोपाल और श्रीमती टी. नथानियल सुल्तानिया जनाना चिकित्सालय भोपाल को प्रशंसा पत्र, श्रीफल, शॉल एवं ट्राफी प्रदान करके सम्मानित किया गया।
स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने संस्था द्वारा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिये उत्कृष्ट कार्य करने वाली ए.एन.एम. को सम्मानित करने की पहल को स्वागत योग्य बताते हुये कहा कि निश्चित ही इससे मातृ एवं शिशु की रक्षा में मध्यप्रदेश पूरे देश में अपने प्रदर्शन को बेहतर बना सकेगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि नर्सों की जो समस्याएं है उनके प्रति शासन गंभीर है और उनके निदान के लिये वह प्रयत्नशील है।
जायका रिप्रोडक्टिव हेल्थ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ यामागाता यॉची ने अपने संबोधन में कहा कि नर्सिंग का कार्य अपने आप में एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। उनमें भरपूर संभावना एवं क्षमताएं हैं, जिनका बेहतर वातावरण में बेहतर उपयोग किया जा सकता है। इस अवसर पर डॉ. अबोली गोरे, सलाहकार जायका रिप्रोडक्टिव हेल्थ ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
इस अवसर पर शिशु एवं मातृ कल्याण सेवा में सराहनीय कार्य करने के लिये श्रीमती शीला सिंह उपस्वास्थ्य केन्द्र बिनेका औबेदुल्लागंज रायसेन, श्रीमती बेबी राजा चौरसिया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मिरोद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गाँधी नगर, भोपाल, सुश्री संगीता जॉय सिंह इंदिरा गाँधी महिला एवं शिशु चिकित्सालय भोपाल, श्रीमती मरियम्मा थॉमस सुल्तानिया जनाना चिकित्सालय भोपाल, श्रीमती गायत्री अहिरवार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गाँधी नगर भोपाल, श्रीमती पारूल दास सामुदायिक जनाना चिकित्सालय भोपाल और श्रीमती टी. नथानियल सुल्तानिया जनाना चिकित्सालय भोपाल को प्रशंसा पत्र, श्रीफल, शॉल एवं ट्राफी प्रदान करके सम्मानित किया गया।
नर्सिंग विद्यार्थियों के लिये आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र एवं ट्राफी दी गई। इस मौके पर सोसायटी ऑफ मिडवाईफ भोपाल शाखा की सलाहकार डॉ सुनीता लारेंस उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती सिजा बिनॉय एवं आभार प्रदर्शन सुश्री लिन्जू सकारिया ने किया।
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